दिलजीत दोसांझ को तेलंगाना सरकार का नोटिस: शराब, ड्रग्स और हिंसा को बढ़ावा देने वाले गाने न गाने का निर्देश
हैदराबाद में शुक्रवार को दिलजीत दोसांझ का ‘दिल-ल्यूमिनाटी’ कॉन्सर्ट आयोजित किया जाएगा। लेकिन इससे पहले तेलंगाना सरकार ने गायक को एक कानूनी नोटिस जारी किया है, जिसमें उन्हें शराब, ड्रग्स और हिंसा को बढ़ावा देने वाले गाने गाने से मना किया गया है।
क्या है मामला?
यह नोटिस चंडीगढ़ के प्रोफेसर पंडितराव धारेनवार की शिकायत के आधार पर जारी किया गया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि दिलजीत दोसांझ ने दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 26 और 27 अक्टूबर को हुए लाइव शो में ऐसे गाने गाए, जो शराब, ड्रग्स और हिंसा को बढ़ावा देते हैं।
शिकायत के समर्थन में वीडियो साक्ष्य भी प्रस्तुत किए गए। इसके बाद 7 नवंबर को राचकोंडा जिले के महिला एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा नोटिस जारी किया गया।
क्या कहा गया नोटिस में?
नोटिस में कहा गया, “आपको पहले ही सूचित किया जा रहा है ताकि आप अपने लाइव शो में इन चीज़ों को बढ़ावा देने से बच सकें।”
इसके अलावा, नोटिस में यह भी कहा गया है कि गायक अपने कॉन्सर्ट के दौरान बच्चों को मंच पर न लाएं।
बच्चों की सुरक्षा पर जोर
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 140 डेसिबल से अधिक के साउंड लेवल को वयस्कों के लिए और 120 डेसिबल को बच्चों के लिए खतरनाक माना गया है। नोटिस में कहा गया कि दिलजीत के कॉन्सर्ट में तेज आवाज और फ्लैश लाइट्स का इस्तेमाल बच्चों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
पंजाबी गानों पर विवाद
यह पहली बार नहीं है जब पंजाबी गायकों पर ऐसे आरोप लगे हों। 2020 में दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला पर उनके गाने ‘संजू’ के लिए हिंसा और गन कल्चर को बढ़ावा देने का आरोप लगा था। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 2022 में गायकों को हिंसा और ड्रग्स को बढ़ावा देने से बचने की चेतावनी दी थी।
दिलजीत दोसांझ के ‘पाटियाला पैग’ और ‘5 तारा’ जैसे गानों को भी शराब को बढ़ावा देने वाला माना गया है।
हैदराबाद में कॉन्सर्ट की तैयारी
दिलजीत दोसांझ का ‘दिल-ल्यूमिनाटी’ कॉन्सर्ट शुक्रवार शाम 7 बजे हैदराबाद के जीएमआर एरिना, एयरपोर्ट अप्रोच रोड पर होगा।
साइबराबाद पुलिस कमिश्नर अविनाश मोहंती ने कहा, “20,000 से अधिक लोगों की भीड़ की उम्मीद है। ट्रैफिक और भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस तैनात की गई है। हालांकि, हमारी तरफ से कोई विशेष पाबंदी नहीं है।”
निष्कर्ष
दिलजीत दोसांझ के गानों को लेकर विवाद ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या मनोरंजन के नाम पर ऐसे कंटेंट को बढ़ावा देना सही है? वहीं, तेलंगाना सरकार के इस कदम को बच्चों और समाज के प्रति जिम्मेदारी के रूप में देखा जा रहा है।