सुजुकी ने भारतीय कार डीलरशिप में 70% वृद्धि का लक्ष्य रखा, FY30 तक 6,800 डीलरशिप स्थापित करने की योजना
जापान की सुजुकी मोटर, अपने भारतीय सहयोगी मारुति सुजुकी के माध्यम से, FY30 तक अपने डीलरशिप नेटवर्क को 70% बढ़ाकर 6,800 करने की योजना बना रही है। हाल ही में निप्पॉन एशिया की एक रिपोर्ट में इस जानकारी का खुलासा हुआ है।
मौजूदा स्थिति
मारुति सुजुकी के पास जून की तिमाही के अंत तक लगभग 3,900 डीलर आउटलेट्स थे। पिछले कई वर्षों से, कंपनी हर साल 200 नए डीलरशिप जोड़ रही है, लेकिन अब इसे बढ़ाने की योजना है।
डीलरशिप विस्तार की नई रणनीति
इस वित्तीय वर्ष से, सुजुकी हर साल 500 नए डीलरशिप जोड़ने की योजना बना रही है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 2.5 गुना अधिक है। अगले छह वर्षों में, कंपनी लगभग 2,900 नए डीलरशिप स्थापित करेगी, विशेष रूप से छोटे शहरों में जहां आय स्तर बढ़ रहा है।
चीन में सुस्त बिक्री का असर
रिपोर्ट के अनुसार, सुजुकी का यह विस्तार योजना चीन में कारों की बिक्री में आ रही गिरावट के कारण भी है। इसके साथ ही, भारत में प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि के चलते इसकी संभावनाएँ भी बढ़ी हैं।
नई इलेक्ट्रिक गाड़ी की तैयारी
सुजुकी अगले वर्ष भारत और यूरोप में अपनी पहली इलेक्ट्रिक गाड़ी (EV) लॉन्च करने की भी योजना बना रही है।
अन्य प्रमुख घोषणाएं
इसके अलावा, निप्पॉन एशिया ने बताया कि टोयोटा मोटर भारत में एक नई फैक्ट्री बनाने की योजना बना रही है। टोयोटा और सुजुकी के बीच एक रणनीतिक साझेदारी है, जिसके तहत टोयोटा बड़े मॉडलों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जबकि सुजुकी छोटे कारों पर फोकस करेगी।
अमेरिकी कार निर्माता फोर्ड मोटर ने भी हाल ही में तमिलनाडु में अपने निर्यात के लिए एक निर्माण संयंत्र फिर से चालू करने की योजना की घोषणा की है।
दक्षिण कोरियाई ऑटो मेजर हुंडई मोटर के भारतीय शाखा ने भी लगभग $3 बिलियन के प्रस्तावित प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) को लॉन्च करने के लिए एक कदम आगे बढ़ाया है।