नवरात्रि पर ऑटोमोबाइल बाजार की उफान: चार दिनों में हुई 2000 वाहनों की डिलीवरी!
त्यौहारों का मौसम आ चुका है, और ऑटोमोबाइल बाजार ने इसे पूरी तरह से अपनाया है! नवरात्रि के पावन अवसर पर, पिछले चार दिनों में जिले में 2000 वाहनों की डिलीवरी हुई है, जो कि पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को तोड़ने वाली है। आइए जानते हैं इस साल की बिक्री में क्या खास है!
रिकॉर्ड तोड़ बिक्री
इस नवरात्रि के पहले चार दिनों में 2000 वाहनों की बिक्री हुई है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में केवल 1700 वाहनों की डिलीवरी हुई थी। इस बार, वाहनों की कुल बिक्री की अनुमानित कीमत लगभग 250 करोड़ रुपये है, जो इस सीजन की धूमधाम को दर्शाता है।
वाहनों का वितरण: आंकड़े बताते हैं!
- चार पहिया वाहन: 800
- दो पहिया वाहन: 1200
दिलचस्प बात यह है कि लोग महंगे चार पहिया वाहनों की खरीदारी में भी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में भी वृद्धि हुई है, जिसके पीछे टैक्स में छूट का बड़ा हाथ है।
बढ़ती मांग का अनुमान
परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस वर्ष नवरात्रि के दौरान 4000 वाहनों की डिलीवरी का लक्ष्य था, लेकिन महज चार दिनों में 2000 वाहनों की बिक्री ने सभी को चौंका दिया है। विभाग अब छह हजार वाहनों की बिक्री का अनुमान लगा रहा है।
डॉ. सियाराम वर्मा, गौतमबुद्धनगर के एआरटीओ ने कहा, “इस बार पंजीकरण की संख्या अनुमान से भी अधिक है। हमने सभी तैयारी कर ली है।”
त्योहारों का महत्व
हिंदू धर्म में नवरात्रि नए कार्यों के लिए बेहद शुभ मानी जाती है। इसी वजह से, लोगों ने सितंबर से ही वाहनों की बुकिंग शुरू कर दी थी। इसके अलावा, धनतेरस, दिवाली और पूरे त्योहारी सीजन में वाहन बिक्री का जोरदार अनुमान है।
लग्जरी वाहनों की भी बिक्री
इस साल, 50 लाख रुपये से अधिक कीमत के लगभग 175 लग्जरी वाहनों की डिलीवरी हो चुकी है, जबकि पिछले वर्ष इस अवधि में केवल 95 लग्जरी वाहनों की बिक्री हुई थी।
त्योहारी सीजन में बिक्री की संभावनाएं
परिवहन विभाग का कहना है कि त्योहारी सीजन में वाहनों की बिक्री में जोरदार बढ़ोतरी होने जा रही है। सेमीकंडक्टर चिप की उपलब्धता के कारण समय पर वाहनों की डिलीवरी हो रही है, और इलेक्ट्रिक व हाइब्रिड वाहनों पर टैक्स में छूट लोगों को आकर्षित कर रही है।
हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों का उभार
इस बार, हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री भी काफी अच्छी हो रही है। अब तक लगभग 450 हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों का पंजीकरण हो चुका है। यह टैक्स में शत प्रतिशत छूट के चलते संभव हुआ है।