क्या डार्क चॉकलेट टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम कर सकती है? एक नए अध्ययन में चौंकाने वाले परिणाम सामने आए!
क्या आप चॉकलेट प्रेमी हैं? तो आपके लिए एक शानदार खबर है! हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार, डार्क चॉकलेट का सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम हो सकता है। जी हां, आपने सही पढ़ा! एक स्वादिष्ट treat अब आपकी सेहत को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।
डार्क चॉकलेट और टाइप 2 डायबिटीज का रिश्ता
टाइप 2 डायबिटीज एक बेहद सामान्य मेटाबोलिक विकार है, जो साल दर साल बढ़ रहा है। लेकिन अब यह पता चला है कि इसका इलाज आपकी रसोई में छिपा हो सकता है। हार्वर्ड टीएच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ द्वारा किए गए एक अध्ययन में डार्क चॉकलेट और टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम में कमी के बीच एक मजबूत संबंध पाया गया है।
अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष
यह अध्ययन 25 वर्षों तक 1,92,000 स्वास्थ्य पेशेवरों पर किया गया। अध्ययन में पाया गया कि जो लोग हफ्ते में पांच सर्विंग डार्क चॉकलेट का सेवन करते थे, उनका टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम 21% कम था। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि दूध चॉकलेट का सेवन उतना फायदेमंद नहीं पाया गया।
डार्क चॉकलेट क्यों है फायदेमंद?
वर्तमान में, दुनिया भर में डायबिटीज के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, और 2045 तक इसके 700 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है। यह अध्ययन, जो The BMJ में प्रकाशित हुआ, हमें यह समझने में मदद करता है कि हम इस दीर्घकालिक बीमारी से कैसे बच सकते हैं।
अध्ययन के शोधकर्ताओं के अनुसार, “डार्क चॉकलेट के सेवन से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम हुआ, लेकिन दूध चॉकलेट से ऐसा कोई असर नहीं देखा गया।” उन्होंने यह भी पाया कि डार्क चॉकलेट का एक अतिरिक्त सप्ताहिक सेवन, डायबिटीज के जोखिम को 3% तक कम करता है।
फ्लावेनॉल्स: चॉकलेट में छुपा एक प्राकृतिक उपाय
शोधकर्ताओं का मानना है कि डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लावेनॉल्स नामक एक प्राकृतिक यौगिक टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। यह यौगिक सैचुरेटेड फैट और शुगर के नकारात्मक प्रभाव को कम करने में मदद करता है। फ्लावेनॉल्स पहले भी बेहतर हृदय स्वास्थ्य से जोड़ा गया है।
सावधानियां: डार्क चॉकलेट का सेवन सही मात्रा में करें
हालांकि यह अध्ययन बहुत उत्साहजनक है, लेकिन शोधकर्ता यह चेतावनी भी देते हैं कि डार्क चॉकलेट का अत्यधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है। एक सामान्य सर्विंग का मतलब लगभग एक औंस या एक चॉकलेट बार होता है। इसलिए, इसे संयमित रूप से खाएं।
निष्कर्ष
डार्क चॉकलेट का सेवन टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है, लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। यदि आप चॉकलेट प्रेमी हैं, तो अब आपके पास एक और कारण है इसे अपने आहार में शामिल करने का!
आपका स्वास्थ्य आपकी प्राथमिकता है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधित सवाल के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।