बाइडन का बड़ा कदम: ट्रंप के कार्यभार संभालने से पहले यूक्रेन को अमेरिकी हथियारों के इस्तेमाल में मिली छूट

यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है, क्योंकि बाइडन प्रशासन ने यूक्रेन को अमेरिकी हथियारों के इस्तेमाल पर लगी पाबंदियों को हटा दिया है। यह कदम यूक्रेनी सेना को रूसी क्षेत्र में गहरी आक्रमण क्षमता देने वाला है, और इसका युद्ध पर गहरा असर पड़ सकता है, जो अब तक डेढ़ साल से ज्यादा समय से चल रहा है।

यूक्रेन को मिल रही नई ताकत: रूस पर लंबी दूरी के मिसाइल हमले

पहली बार यूक्रेन को अमेरिकी हथियारों, जैसे कि ATACMS रॉकेट्स, का इस्तेमाल कर रूस के सैन्य ठिकानों पर लंबी दूरी से हमले करने की अनुमति दी जाएगी। ये मिसाइल 190 मील (306 किमी) तक मार कर सकती हैं, जो यूक्रेन को रूसी सेनाओं के अंदर तक पहुंचने और उन्हें नुकसान पहुंचाने की ताकत देगी।

यूक्रेन लंबे समय से इन उन्नत हथियारों की मांग कर रहा था, ताकि वह अपनी रक्षा क्षमता को मजबूत कर सके और रूसी कब्जे वाले क्षेत्रों में अधिक प्रभावी हमले कर सके। कुछ अमेरिकी अधिकारियों के इस कदम से युद्ध के और बढ़ने के डर के बावजूद, यह यूक्रेन को रणनीतिक लाभ देने के रूप में देखा जा रहा है।

महत्वपूर्ण समय: ट्रंप के पदभार ग्रहण से पहले का फैसला

यह नीति परिवर्तन खासतौर पर इसलिए अहम है क्योंकि यह उस समय हुआ है जब राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप जनवरी में सत्ता संभालने वाले हैं। ट्रंप ने यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य और वित्तीय सहायता पर कड़ी आलोचना की है, और उनके प्रशासन में क्या बदलाव होगा, यह वैश्विक ध्यान का केंद्र रहेगा।

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बार-बार अमेरिकी हथियारों के इस्तेमाल में अधिक लचीलापन की मांग की है, यह मानते हुए कि रूस के सैन्य ठिकानों को गहरे तक निशाना बनाना यूक्रेन की स्थिति को मजबूत करेगा और युद्ध के परिणाम को प्रभावित कर सकता है।

रूस के बढ़ते खतरे के बीच नया कदम

यह बदलाव उस समय आया है जब रूस ने अपनी सैन्य रणनीतियों को और तीव्र कर दिया है, जिसमें उत्तर कोरिया से जमीन सेना की तैनाती भी शामिल है। यह अमेरिका और यूक्रेन के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि यह रूस की ताकत बढ़ाने का संकेत देता है।

बाइडन प्रशासन का यह कदम, कुछ हद तक, रूस की बढ़ती सैन्य गतिविधियों का जवाब माना जा रहा है। हालांकि, कुछ अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि हथियारों के इस्तेमाल में ढील से युद्ध का समग्र परिणाम नहीं बदलेगा, लेकिन अन्य लोग मानते हैं कि यूक्रेन को अतिरिक्त ताकत देना, विशेष रूप से भविष्य में संघर्ष विराम की बातचीत के दौरान, उसकी स्थिति को मजबूत कर सकता है।

क्या ट्रंप बाइडन के फैसले को पलटेंगे?

अब सवाल यह है कि क्या ट्रंप बाइडन के इस फैसले को उलट देंगे। ट्रंप ने इस युद्ध को समाप्त करने का वादा किया है, लेकिन उन्होंने इस बात की स्पष्ट रूप से योजना नहीं दी है कि इसे कैसे किया जाएगा। उनके प्रशासन की यूक्रेन नीति पर वैश्विक नजरें रहेंगी।

इस बीच, यूक्रेन ने अमेरिकी सैन्य सहायता में मिली इस नई लचीलापन का लाभ उठाने के लिए तैयार हो गया है, उम्मीद करते हुए कि ये लंबी दूरी के हमले युद्ध के संतुलन को बदलने में मदद करेंगे, क्योंकि संघर्ष अब एक नई अनिश्चितता की ओर बढ़ रहा है।

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