महिंद्रा, हुंडई और किआ ने उत्सर्जन मानदंडों के उल्लंघन पर जुर्माने से इनकार किया: कोई जुर्माना नहीं लगाया गया
परिचय:
हाल ही में आई एक खबर के अनुसार, प्रमुख कार निर्माता कंपनियों जैसे हुंडई, किआ और महिंद्रा ने उन खबरों का खंडन किया है जिनमें कहा गया था कि उन्हें कार्बन उत्सर्जन मानदंडों (CAFÉ नॉर्म्स) के उल्लंघन के लिए भारी जुर्माना भरना होगा। इन कंपनियों ने यह स्पष्ट किया कि सरकार ने अब तक उन पर कोई जुर्माना नहीं लगाया है और न ही कोई कार्रवाई की है।
क्या थे आरोप?
हाल ही में कुछ समाचार रिपोर्टों में दावा किया गया था कि हुंडई, किआ, महिंद्रा, होंडा, स्कोडा, निसान, रेनो और फोर्स मोटर्स जैसी कंपनियों को 2022-23 अवधि में फ्लिट उत्सर्जन मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए ₹7,300 करोड़ का भारी जुर्माना भरना पड़ेगा। इन रिपोर्टों में कहा गया था कि जुर्माना प्रत्येक वाहन पर ₹10 लाख या ₹25,000 से ₹50,000 के बीच लगाया जाएगा, जिससे कंपनियों पर भारी वित्तीय दबाव बनेगा।
- हुंडई पर सबसे बड़ा जुर्माना ₹2,873 करोड़ का आरोप था।
- महिंद्रा को ₹1,788.4 करोड़ का जुर्माना लगाने की बात की गई थी।
- किआ पर ₹1,346 करोड़ का जुर्माना आरोपित किया गया था।
- अन्य कंपनियों जैसे होंडा, स्कोडा, निसान, रेनो, और फोर्स मोटर्स पर भी जुर्माना लगाया गया था, लेकिन उनकी राशि तुलनात्मक रूप से कम थी।
हुंडई, किआ और महिंद्रा का स्पष्टीकरण
हालांकि, हुंडई और किआ ने NDTV से पुष्टि की है कि ये रिपोर्ट्स एक महीने से भी पुरानी हैं और सरकार ने अब तक इन कंपनियों पर कोई जुर्माना नहीं लगाया है। इन कंपनियों ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके खिलाफ किसी प्रकार की जुर्माना प्रक्रिया नहीं चल रही है।
वहीं, महिंद्रा ने सीधे तौर पर NDTV से इस बारे में टिप्पणी नहीं की, लेकिन उसने अपनी स्टॉक एक्सचेंज को दी गई नियामक फाइलिंग में बताया कि, उनकी जानकारी के अनुसार, किसी भी उल्लंघन के लिए कोई जुर्माना नहीं लगाया गया है और न ही इस पर कोई विचार हो रहा है।
रिपोर्ट्स में भ्रम
यह भ्रम शायद किसी पुरानी या गलत रिपोर्ट के आधार पर पैदा हुआ। ऑटोमोबाइल उद्योग में उत्सर्जन मानदंडों का पालन करने के संबंध में चर्चा चल रही थी, और कुछ कंपनियों की अनुपालना को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे। हालांकि, अब तक किसी भी कंपनी पर कोई जुर्माना नहीं लगाया गया है और यह मामला पुरानी या गलत रिपोर्टों पर आधारित प्रतीत होता है।
निष्कर्ष
जहां पहले खबरों ने हड़कंप मचाया, वहीं अब हुंडई, किआ और महिंद्रा ने स्पष्टीकरण दिया है कि कोई जुर्माना नहीं लगाया गया है। सरकार द्वारा इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है, और कंपनियां आगे भी नियमों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।