इज़राइल-हिज़्बुल्ला युद्धविराम: बढ़ते तनावों के बीच शांति की नई उम्मीद
एक महत्वपूर्ण विकास में, इज़राइल और हिज़्बुल्ला के बीच एक युद्धविराम समझौता, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका और फ्रांस ने मध्यस्थता की, इज़राइल की सुरक्षा कैबिनेट द्वारा स्वीकृत किया गया है। यह युद्धविराम बुधवार सुबह प्रभावी हो गया, और इसे इस क्षेत्र में बढ़ते संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
इज़राइल-हिज़्बुल्ला युद्धविराम के प्रमुख बिंदु:
- संयुक्त राज्य अमेरिका और फ्रांस द्वारा मध्यस्थता: संयुक्त राज्य अमेरिका और फ्रांस ने कड़ी कूटनीतिक कोशिशों के बाद युद्धविराम समझौते को सफलतापूर्वक मध्यस्थता की। इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा प्रस्तुत किए गए इस समझौते को इज़राइल की कैबिनेट ने मंगलवार रात स्वीकृत किया।
- बाइडन का समर्थन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस समझौते को “अच्छी खबर” कहा और इसे क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने गाजा में शांति स्थापित करने की कोशिशों को भी आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया।
- युद्धविराम का समय: युद्धविराम बुधवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 4 बजे (भारतीय समयानुसार 7:30 AM) प्रभावी हो गया, और इसने पिछले हफ्तों से चल रहे भारी संघर्ष के बीच एक विराम का संकेत दिया।
युद्धविराम का प्रभाव:
यह युद्धविराम इज़राइल और लेबनान स्थित हिज़्बुल्ला के बीच पिछले कई हफ्तों से बढ़ते संघर्ष के बाद आया है। यह समझौता अंतर्राष्ट्रीय दबाव के बीच एक कूटनीतिक सफलता के रूप में देखा जा रहा है, जो शांति की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
- अंतर्राष्ट्रीय दबाव: अमेरिकी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति जो बाइडन और इमैनुएल मैक्रॉन ने इस समझौते की घोषणा की, जिसके बाद युद्धविराम की शर्तों पर सहमति बनी। दोनों नेताओं ने कहा कि यह संघर्ष विराम क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।