करवा चौथ: प्यार और समर्पण का त्योहार
क्या आप पहली बार करवा चौथ का व्रत रखने जा रही हैं? अगर हां, तो यह आपके लिए एक विशेष अवसर है। यह त्योहार विवाहित महिलाओं के लिए अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए मनाया जाता है। इस साल करवा चौथ 20 अक्टूबर, 2024 को मनाया जाएगा। बाजार सज चुके हैं, और सभी सुहागनें अपने खूबसूरत आउटफिट्स और पूजा सामग्री की तैयारी में जुटी हुई हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि इस दिन चांद निकलने का समय क्या होगा? आइए, जानते हैं!
करवा चौथ का चांद कब निकलेगा?
करवा चौथ का व्रत विशेष रूप से चांद के दर्शन के साथ संपन्न होता है। इस बार चांद निकलने का समय निम्नलिखित है:
- करवा चौथ तिथि: 20 अक्टूबर, 2024
- पूजा मुहूर्त: शाम 5:46 बजे से 7:02 बजे तक
- चांद का उदय: रात 7:54 बजे
चांद हर दिन लगभग 50 मिनट पहले या बाद में दिखाई देता है, इसलिए आपको धैर्य रखने की जरूरत होगी। इस दिन आसमान में बादल छाने की कोई संभावना नहीं है, जिससे आप चांद का दीदार आसानी से कर सकेंगी।
करवा चौथ का महत्व
“करवा” का अर्थ होता है मिट्टी का बर्तन, जबकि “चौथ” का अर्थ है चौथा। इस दिन महिलाएं मिट्टी के बर्तन का उपयोग कर चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं। यह व्रत कार्तिक मास के चौथे दिन मनाया जाता है, और यह प्रेम, समर्पण और एकता का प्रतीक है।
करवा चौथ की पौराणिक कथा
करवा चौथ से जुड़ी कई दिलचस्प कथाएं हैं। सबसे प्रसिद्ध कहानी है वीरवती की। वह एक रानी थी, जो अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती थी। उसके सात भाई उसे बहुत प्यार करते थे। जब उसने व्रत रखा, तो उसके भाई चिंतित हो गए कि वह भूख और प्यास से कमजोर हो जाएगी। उन्होंने एक चाल चली और उसे बताया कि चंद्रमा निकल आया है। वीरवती ने व्रत तोड़ दिया, लेकिन इसके बाद उसके पति की तबियत बिगड़ गई। इस दुख के बाद उसने फिर से व्रत रखा, और अंततः यमराज ने उसके पति को जीवनदान दिया।
करवा चौथ के लिए तैयारियाँ
करवा चौथ की तैयारियों में निम्नलिखित चीजें शामिल हैं:
- पूजा सामग्री: मिट्टी का करवा, रोली, चावल, मिठाई, और फल
- पारंपरिक कपड़े: सुंदर सलवार सूट या साड़ी
- सजावट: घर को खूबसूरती से सजाएं