मनोज मांचू ने अपने पिता मोहन बाबू के आरोपों को ‘झूठा और दुर्भावनापूर्ण’ बताया, जांच की मांग की: “मुझे चुप कराने की कोशिश”
परिवार के भीतर लंबे समय से चल रहा विवाद
अभिनेता मनोज मांचू ने अपने पिता मोहन बाबू द्वारा लगाए गए “झूठे, दुर्भावनापूर्ण और आधारहीन आरोपों” के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह “मुझे बदनाम करने, मेरी आवाज दबाने और परिवार में अनावश्यक कलह पैदा करने का प्रयास है।”
हाल ही में मोहन बाबू ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने मनोज और उनकी पत्नी मौनिका पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके जवाब में, मनोज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक विस्तृत पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने इन आरोपों को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की।
मनोज मांचू की प्रतिक्रिया: ‘सच सामने लाना जरूरी’
मनोज मांचू ने अपनी पोस्ट को ‘सच सामने लाना जरूरी’ शीर्षक देते हुए कई गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा:
“मेरी नम्र प्रार्थना है कि एक पारदर्शी और निष्पक्ष जांच के माध्यम से न्याय दिया जाए।”
आरोपों पर मनोज का स्पष्टीकरण
1. झूठे आरोप और तोड़-मरोड़कर पेश की गई कहानी
“मेरे और मेरी पत्नी पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से झूठे हैं। हम आत्मनिर्भर और सम्मान के साथ जीने वाले लोग हैं। मैंने कभी अपने परिवार से आर्थिक सहायता नहीं मांगी और न ही कोई संपत्ति की मांग की है। यह सब बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण है।”
2. पारिवारिक घर में रहने का सच
“मैं पिछले एक साल से परिवार के घर में रह रहा हूं। यह दावा कि मैं चार महीने पहले गलत इरादों से वहां गया, पूरी तरह से मनगढ़ंत है। यह आरोप हमें झूठे मामले में फंसाने के लिए गढ़ा गया है।”
3. 7 महीने की बेटी को विवाद में घसीटना
“एक मासूम 7 महीने की बच्ची को इस विवाद में घसीटना निंदनीय है। इससे साफ होता है कि इन झूठे आरोपों के पीछे की मंशा क्या है।”
4. नैनियों को लेकर सच्चाई
“नैनियों पर मेरे पिता द्वारा किए गए दुर्व्यवहार के कारण वे डरी हुई हैं। हमारी बेटी उनकी देखरेख में थी, और हमारी अनुपस्थिति में मेरी मां भी वहां थीं। यह दावा कि हमने अपनी बेटी को अनदेखा किया, पूरी तरह से गलत है।”
5. सीसीटीवी फुटेज गायब होने का रहस्य
“सीसीटीवी फुटेज का क्या हुआ? मेरे भाई विष्णु के सहयोगियों ने सीसीटीवी ड्राइव क्यों हटाईं? यह सवाल उठता है कि वे क्या छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं इस मामले की गहन जांच की मांग करता हूं।”
6. स्वतंत्रता और योगदान
“मैंने 8 साल अपने पिता और भाई की फिल्मों के लिए बिना कोई मेहनताना लिए काम किया। यह सब मैंने परिवार के हित के लिए किया। इसके बावजूद मुझे हमेशा नजरअंदाज किया गया।”
7. संपत्ति को लेकर झूठे आरोप
“मैंने कभी भी संपत्ति या विरासत की मांग नहीं की है। मेरे जीवन की नींव मेरी खुद की मेहनत है। जो यह साबित कर सके कि मैंने संपत्ति मांगी है, वह सबूत पेश करे।”
8. आरोपों का समय और मकसद
“ये आरोप मेरे द्वारा एमबीयू छात्रों और स्थानीय व्यवसायियों के समर्थन के बाद सामने आए हैं। यह सब मेरी छवि खराब करने का प्रयास है।”
9. परिवार में पक्षपात
“मेरे पिता हमेशा विष्णु का पक्ष लेते रहे हैं, जबकि मुझे नजरअंदाज किया गया। मेरे सभी बलिदानों के बावजूद मुझे बदनाम और परेशान किया गया।”
10. परिवार में एकता की अपील
“सितंबर में, मैंने अपने पिता से खुली और ईमानदार चर्चा के लिए अनुरोध किया था। लेकिन मेरी अपील को नजरअंदाज कर दिया गया और अब मेरे खिलाफ झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।”
मनोज का करियर और परिवारिक विवाद
मनोज और उनके भाई विष्णु के बीच काफी समय से मतभेद की खबरें आती रही हैं। 2023 में मनोज ने विष्णु का एक वीडियो साझा किया था, जिसमें उन्हें रिश्तेदारों पर हमला करते हुए देखा गया।
इस साल, मनोज ने 8 साल के ब्रेक के बाद अपनी फिल्म ‘मिराई’ के साथ सिल्वर स्क्रीन पर वापसी की थी। यह फिल्म 18 अप्रैल को रिलीज़ हुई।
निष्कर्ष
मनोज मांचू के इन आरोपों और सफाई से पारिवारिक विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है। पाठकों को इस मुद्दे पर अपनी राय और विचार साझा करने के लिए आमंत्रित करते हैं।
क्या परिवारिक विवाद का हल खुले संवाद के माध्यम से संभव है? अपनी राय नीचे कमेंट में दें।